दिनांक 19 अप्रैल 2021 को भेरव सेना के अध्यक्ष संदीप खत्री संगठन के साथ दर्जनों कार्यकर्ताओं ने स्वामी जी के आमरण अनशन के समर्थन में क्रमिक अनशन शुरू किया है।
आमरण अनशन शहीद स्थल स्मारक, तहसील से राज्य शहीदों को श्रद्धांजलि, पुष्पांजलि अर्पित कर। ईष्ट आराध्यों देवभूमि उत्तराखंड में देवी-देवताओं का आवाह्न, नमन करते हुए। आमरण अनशन सुरु किया है।
भेरव सेना के अध्यक्ष संदीप खत्री सहित कार्यकर्ताओं ने कहा की लव जिहाद लैंड जिहाद को देवभूमि में हर हाल में रोकना होगा, माननीय मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सरकार को अविलंब कानून बनाना होगा।
मांग को लेकर पूर्व में धोषणा के अनुसार आज घंटा घर की मिट्टी का तिलक किया क्योंकि स्वामी जी ने कहा है 1979 सन में सर्वप्रथम में राज्य की मांग को लेकर भूख-हड़ताल की थी।
स्वामी दर्शन भारती जी ने अपना कठोर आमरण अनशन सुरू कर दिया है। जब तक राज्य सरकार देव भूमि की संस्कृति रुपी बेटी बहनों को लव जिहाद, लैंड जिहाद, स्मेक जिहाद, मानव तश्करी, गुमसुदा लड़कियों की समस्याओं का निराकरण हेतु कठोर कानून अन्य राज्यों से भी मजबूत होना चाहिए, ताकि हिन्दू लड़कियों को शिकार होने से बचाया जा सके।
उत्तराखंड रक्षा अभियान के संयोजक ब्रह्मचारी हरीकिशन किमोठी जी ने कहा है कि आगे हमारी सनातनी संस्कृति पोराणिक परम्पराओं स्वरूप को बचाने के लिए लडाई जारी रहेगा।
आमरण अनशन को लेकर भेरव सेना का ये है मुख्य एजेंडा।
- देवभूमि उत्तराखंड को विश्व भर के हिंदुओं का धार्मिक छैत्र अधिसूचित किया जाए।
- देवभूमि वासियों का अस्तित्व बचाने के लिए हिमाचल प्रदेश की तर्ज़ पर भू कानून।
- धामों तीर्थों मठों में प्रवेश से पहले गंगा जल गोमूत्र का आचमन अनिवार्य संस्कृति है,गेर हिन्दू प्रवेश निषेध।
- मंदिरों में ड्रेस कोड लागू होने से महिमा मंडित धार्मिक आकर्षण बनेगा।
- परिवार में हर एक सदस्य को आसाम की तर्ज पर सरकारी नौकरी सुनिश्चित हो।
स्वामी जी के आमरण अनशन के समर्थन में क्रमिक अनशन शुरू किया है जिसमें पीयूष प्रकाश, राहुल सूद, करण शर्मा, संजय पंवार इत्यादि उपस्थित रहे। साथ ही अनसन में बैठने वालों में सर्वश्री कर्नल राजीव रावत, एडवोकेट संजीव वर्मा, श्रीमती सामाजिक कार्यकर्ता गीता बिष्ट, निधि राणा, सामाजिक कार्यकर्ता,हैमा बोहरा आशा नोटियाल पूनमडबराल, प्रेरणा पंवार,आशी नेगी, शैलेन्द्र शकलानी,भावना अग्रवाल, आदि मातृ शक्ति स्वरूपा ने इस नवरात्र पर स्वामी जी के आमरण अनशन पर समर्थन दिया।